🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏
मालती जोशी हिन्दी साहित्य लेखिका हैं, जिन्हें 2018 में साहित्य तथा शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदानों के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया मालती जोशी का जन्म 4 जून 1934 को औरंगाबाद में हुआ था .. आपने आगरा विश्वविद्यालय से वर्ष 1956 में हिन्दी विषय से एम.ए. की शिक्षा ग्रहण की... अब तक कई अनगिनत कहानियां , बाल कथायें व उपन्यास प्रकाशित कर चुकी हैं। इनमें से अनेक रचनाओं का विभिन्न भारतीय व विदेशी भाषाओं में अनुवाद भी किया जा चुका है। कई कहानियों का रंगमंचन रेडियो व दूर दर्शन पर नाट्य रूपान्तर भी प्रस्तुत किया जा चुका है.. अपनी कहानियों के बारे में, वे कहती हैं... "जीवन की छोटी-छोटी अनुभूतियों क।..स्मरणीय क्षणों को मैं अपनी कहानियों में पिरोती रही हूं.. ये अनुभूतियां कभी मेरी अपनी होती हैं कभी मेरे अपनों की.. और इन मेरे अपनों की संख्या और परिधि बहुत विस्तृत है.. वैसे भी लेखक के लिए आप पर भाव तो रहता ही नहीं है..अपने आसपास बिखरे जगत का सुख दु:ख उसी का सुख दु:ख हो जाता ह।। और शायद इसीलिये मेरी अधिकांश कहानियां "मैं” के साथ शुरू होती हैं......" 🏡🏡🏡🏡🏡 एक घर हो सपनो का 🏜🏜🏜 🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏 https://youtu.be/7iTGLrzeRZs कँहा था अम्मा का अपना घर 🏡🤔और कब .. गृहस्थी का सुख देखा ही क्या है मैंने ..घर बसाना और चीज़ है ..बच्चें पैदा करना और ..👨👩👧👧👨👩👦👦 https://youtu.be/kMeTsj7Pkys मोरी रंग दी चुनरिया
नौकरी सिर्फ रोटी देती है ..हिंदुस्तानी औरत को सुरक्षित छत भी चाहिए फिर चाहे वह पिता की हो भाई की हो बेटे की हो या पति कि हो ..में कुमारी हूँ ..या विधवा ..या विवाहिता .....
🏡🏡🏡🏡🏡 जो बीत गई सो बात गई 🏜🏜🏜
🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏पहला प्यार ..हमारी शादी में प्रेम दूर दूर तक नहीं था ..तुम्हारी तरफ से थी सहानुभूति ...मेरी तरफ से
https://youtu.be/8Lh-wrmdxlc
📺📺📺📺📺📺🎸 अनिकेत📺📺📺📺 🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏 जिया वीरेश के लिए माँ से भी बढ़कर हो गयी ...माँ कभी इतनी निरपेक्ष नहीं होती ...कभी न कभी अपने दूध का क़र्ज़ मांग लेती है ..👨👩👧👧👨👩👦👦
https://youtu.be/Q2_zxocHM4Y
📺📺📺📺📺📺🎸 बेटियाँ📺📺📺📺 🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏 क्या पिता की मृत्यु के बाद माँ भी अपनी बेटियों के लिए परायी हो गयी ...क्या सरकारी नौकरी पिता से भी बड़ी हो गयी.. क्या सरकारी नौकरी अपने सगे रिश्तों से भी बड़ी हो गयी 👨👩👧👧👨👩👦👦
संगीत सौंदर्य से परिपूर्ण नारी की कहानी..जिसे पग पग पर जीवन संघर्ष से जूझते हुए ...सच्चाई से सीधा साक्षात्कार
https://www.youtube.com/playlist?list=PLUoIVgnBiV-O27pivYXe1MTrmsM-Sw9T9
🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏बंधक दस साल ..हाँ पुरे दस साल हो गए में अपने घर नहीं गयी ...अपना घर ? हाँ मेरे लिए तो वही अपना घर है ...यह घर तो कभी अपना ही नहीं लगा ..लगता है जैसे किसी ने खाना कपडा देकर मुझे अपनी गुलामी में रखा है ...
https://youtu.be/MmkgP2WXxuM
https://youtu.be/R83lbFEBYDw पाषाण युग
बचपन में कहानी सुनी थी ...एक जादूगर एक राजकुमारी को वश में कर लेता है ..दिन भर तो वो बेचारी पत्थर की मूरत बानी रहती है ..और रात में ....
https://youtu.be/FK_1lP9yFpU साज़िश
🙏🙏🙏ज्वालामुखी के गर्भ से 👨👨👨🥰🎎🙏🙏 🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏 वह घर नहीं है ज्वालामुखी है ..कभी तुम भी वँहा से निकलने के लिए छटपटाओगी ...तब मुझे याद करना ...
https://www.youtube.com/playlist?list=PLUoIVgnBiV-PysWsY2a_RDfAw55PEEXPF
🙏🙏🙏👨👩👧👦👨👩👧👦👨👩👧👦साज़िश🎎🎎🙏🙏 🙏🙏✍✍मालती जोशी ✍✍🙏🙏🙏🙏 तो कर लो न नौकरी ..ज़िन्दगी भर क्या भाई भाभी की छाती पर मुंग दलना जरुरी है ...आखिर तुम्हारे लिए कोई कितना करेगा ..बाबू जी का घर ???..अपना सुख दुःख अपने घर सहो बिटिया ..
https://youtu.be/zNyI6eXylDo अग्निपथ
https://youtu.be/CEbzF6NSsSY अतृप्त आत्माओं का देश
https://youtu.be/4lpn4EJ_Y_k प्रतिदान
https://youtu.be/kkYl-eDFgGA मन ना भाये दस बीस
https://youtu.be/uRlFpE3spac पीर पर्वत हो गयी है
https://youtu.be/Lk48GTgb4SI निर्वासित कर दी तुमने मेरी प्रीत
https://youtu.be/PW5LrlismU8 वो तेरा घर🏕यह मेरा घर🏡
https://youtu.be/KUHjaFJ9IfE निष्कासन
https://youtu.be/llXo86eV_9Q शोभा यात्रा EPISODE 1
https://youtu.be/gpHyosCYi4o गीत पुराने याद न आना
https://youtu.be/sPVKieijyII KADWA SACH
घर छोटा ही या बड़ा ...घर तो घर ही होता है .. एक माँ के लिए छोटे छोटे भय भी कितने बड़े हो उठते है वे भी तो मेरी तरह निर्वासन का दंड भोग रहे थे ...मेरी तरह अपने स्नेह के सम्राज्य से निष्कासित थे ...मर नहीं सकी...एक आशा थी ..
पति ताले में कैद करके रखने की चीज़ नहीं ...उसे तो मन की डोर से बांधना पड़ता है ..वह चाहे कंही भी भटके बसेरे के लिए तो घर ही आएगा ...
🙏🙏🙏🙏जन्म ------ 4 जून 1934...🙏🙏🙏
भाषा --- 🌺🌺🌺हिंदी..🌺🌺🌺 🌺🌺🌺विधाएँ ---------- कविता,, उपन्यास, कहानी 🌻🌻🌻🌻🌻मुख्य कृतियाँ🌻🌻🌻🌻 🌈🌈🌈🌤🌤📖📖📖📖📃📃📃📃📃📃 UPNYAS ------- - वो तेरा घर ये मेरा घर , मोरी रँग दी चुनरिया,..बहुरि अकेला, वो तेरा घर ये मेरा घर...... 📖📖📖📖📖📃📃📃📃📃📃📃📃📃📃 कहानी संग्रह ---वो तेरा घर ये मेरा घर , मोरी रँग दी चुनरिया, बहुरि अकेला, वो तेरा घर ये मेरा घर..... 🌄🌄🌄🌄🌄🌄🌄🎁🎁🎁🎁🎁 सम्मान ---------- मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा भवभूति अलंकरण सम्मान.....
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