A

Wednesday 15 September 2021

 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏🙏

जन्म ------- APRIL 1931, भानपुरा मध्य प्रदेश भाषा -------- हिंदी📖🎎📖🎎📖📖📖 विधाएँ -------- उपन्यास, कहानी, नाटक, आत्मकथा, बाल साहित्य....📖📖📖👩‍🏫 उपन्यास ------ एक इंच मुस्कान, आपका बंटी, महाभोज.. कहानी संग्रह ------ मैं हार गई, तीन निगाहों की एक तस्वीर, यही सच है, एक प्लेट सैलाब , अकेली, मन्नू भंडारी की संपूर्ण कहानियाँ..... नाटक ---- बिना दीवारों के घर . बाल साहित्य -----आँखों देखा झूठ, आसमाता... सम्मान---- व्यास सम्मान

https://youtu.be/7BYPQhCtImo
🙏🙏🙏💐💐अंकुश💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 पापा हमेशा ऊँचे ओहदे पर रहे सहाबी ठाट के साथ ...लेकिन उनके घर में यदि रात को बारह बजे भी आता दूर का मामूली सा रिश्तेदार भी ...तो वे सर आँखों पर लेते थे ...ऐसे आदमी को में अपने ही घर आने से मना कर दूँ ..

https://youtu.be/ly2Nb4FtI-c khote sikke
🙏🙏🙏💐💐ईसा के घर इंसान💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 मैं ज़िंदा रहना चाहती हूँ..आदमी की तरह ज़िंदा रहना चाहती हूँं..में घुट-घुटकर नहीं मरूँगी... मैं भाग जाऊँगी..मैं भाग जाऊँगी..हम क्यों अच्छे कपड़े नहीं पहनें..हम इन्सान ही है..मैं नहीं रहूँगी यहाँ... .. मैं कभी नहीं रहूँगी...
https://youtu.be/ax2NUOD9TFU

https://youtu.be/ly2Nb4FtI-c KHOTE SIKKE

🙏🙏🙏💐💐असामयिक मृत्यु 💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 गति महेश बाबू के हृदय की रुकी पर चाल घर की ठप्प पद गयी....लेकिन अब यदि दिन दुनिया को भूल गया तो ...और यदि दिन दुनिया के चक्कर में नाटक से कट गया तो ...और इन दो तो की जकड में शारदा का मन घूमने लगा ...
https://youtu.be/Hy2Wy3u7pxo

🙏🙏🙏💐💐रेत की दीवार 💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 धीरे धीरे कब रानी का घूँघट खुल गया ..खाने की प्रशंसा ..रूप की प्रशंसा ..बदलकर उसके अतृप्त मन को तृप्त करने लगी .. https://youtu.be/k7elP6qrrPQ

🙏🙏🙏💐💐मुक्ति💐💐🙏🙏🙏 प्रार्थना कीजिए ईश्वर से कि वह अब इन्हें उठा ले...ववरना आज के ज़माने में तो.... वैसे भी सोचो तो इससे अधिक सुखद मौत और क्या हो सकती है भला ....
https://youtu.be/hxEpmh4HLQo

🙏🙏🙏💐💐नशा💐💐🙏🙏🙏 प्रार्थना कीजिए ईश्वर से कि वह अब इन्हें उठा ले...ववरना आज के ज़माने में तो.... वैसे भी सोचो तो इससे अधिक सुखद मौत और क्या हो सकती है भला ....
https://youtu.be/5vMZoNowmrg

PLAYLIST OF MANNU BHANDARI'S STORIES
https://www.youtube.com/playlist?list=PLUoIVgnBiV-ON_CvryTT8byTmyP8zAG-_

🙏🙏🙏💐💐कमरे , कमरा और कमरे 💐💐🙏🙏🙏 👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦🙏🙏🙏मन्नू भंडारी⚘⚘⚘⚘ “घर की चहारदीवारी आदमी को सुरक्षा देती है, पर साथ ही उसे एक सीमा में बाँधती भी है। उसे लगता उसकी ज़िन्दगी इन पांच कमरों में बिखरी है ...और बहुत चाहने पर भी अपने आपको एक कमरे में नहीं..आज वो ही कमरा उसकी सिमा बन गया ...
https://youtu.be/T1dZ33v26-Y

🙏🙏🙏💐💐छत बनाने वाले 💐💐🙏🙏🙏 👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦🙏🙏🙏मन्नू भंडारी⚘⚘⚘⚘ “घर की चहारदीवारी आदमी को सुरक्षा देती है, पर साथ ही उसे एक सीमा में बाँधती भी है। बचपन में कहानी सुनी थी ...आदर्श परिवार ताऊजी का परिवार ..अनुशसन..सम्मान..प्यारे बच्चे ..


https://youtu.be/jweKvi7Dl3g

🙏🙏🙏💐💐एक कमज़ोर लड़की की कहानी 💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 जब में लौटूँ तो मेरी रूप मुझे सौंप देना ..मेरी रूप को किसी और के घर का श्रृंगार मत बनने देना .. ..
https://youtu.be/QvJy1SlTSLY
🙏🙏🙏💐💐त्रिशंकु💐💐🙏🙏🙏

👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦👨‍👩‍👦‍👦🙏🙏🙏मन्नू भंडारी⚘⚘⚘⚘ “घर की चहारदीवारी आदमी को सुरक्षा देती है, पर साथ ही उसे एक सीमा में बाँधती भी है। स्कूल-कॉलेज जहाँ व्यक्ति के मस्तिष्क का विकास करते हैं, वहीं नियम-कायदे और अनुशासन के नाम पर उसके व्यक्त्वि को कुठित भी करते हैं
https://youtu.be/pd9j8psemYc

🙏🙏🙏💐💐कील और कसक 💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 धीरे धीरे कब रानी का घूँघट खुल गया ..खाने की प्रशंसा ..रूप की प्रशंसा ..बदलकर उसके अतृप्त मन को तृप्त करने लगी ..
https://youtu.be/jsxokpJg0vc

🙏🙏🙏💐💐ईसा के घर इंसान💐🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏मन्नू भंडारी🙏🙏🙏🙏🙏 मैं ज़िंदा रहना चाहती हूँ..आदमी की तरह ज़िंदा रहना चाहती हूँं..में घुट-घुटकर नहीं मरूँगी... मैं भाग जाऊँगी..मैं भाग जाऊँगी..हम क्यों अच्छे कपड़े नहीं पहनें..हम इन्सान ही है..मैं नहीं रहूँगी यहाँ... .. मैं कभी नहीं रहूँगी...
https://youtu.be/xiwFXGnBViE

No comments:

Post a Comment